मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के किसानों के आंदोलन की खबरें तो आपने पढ़ी होंगी। परन्तु क्या आप उनकी मांगे जानते हैं, जो वे सरकार से कर रहे हैं। तो हम बताते हैं, आपको उनकी मांगें।
- मध्यप्रदेश के किसानों की मांगें-
- किसानों का पूरा कर्ज़माफ हो।
- उन्हें उनकी फसल पर उचित समर्थन मूल्य मिले।
- मंडी का रेट निर्धारित किया जाए।
- किसानों के लिए पेंषन की व्यवस्था की जाए।
- स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाए।
महाराष्ट्र के किसानों की मांगें:-
- पूरा कर्ज़माफ हो।
- स्वामीनाथन कमेटी रिपोर्ट को लागू किया जाए।
- 60 साल से अधिक उम्र के किसानों को पेंशन दिया जाए।
- उत्पादन लगत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) मिले।
जाने क्या हैं, स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिशें –
नवंबर 2004 में डॉ. स्वामीनाथन की अध्यक्षता में आई इस रिपोर्ट में किसानों के तेज और समावेषी विकास के लिए सुझाव दिए थे। जो इस प्रकार हैं:-
- किसानों को उनकी फ़सल का 50 प्रतिशत से ज्यादा दाम मिले।
- किसानों को अच्छी क्वालिटी का बीज कम दामों में उपलब्ध हो।
- गांवों में किसानों की मदद के लिए ज्ञान चौपाल का निर्माण हो।
- महिला किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए जाएं।
- प्राकृतिक आपदाओं में किसानों की मदद के लिए कृषि जोखिम फंड बनाया जाए।
- साथ ही आयोग की सिफारिश थी कि 28 प्रतिशत किसान जो गरीबी रेखा से नीचे रह रहे हैं। उन्हें खाद्य सुरक्षा दी जाए।