चित्रकूट जिला
27 मार्च को चित्रकूट जिले, कर्वी ब्लाॅक के रगौली गांव के लोग देर रात तक भारत का रोचक टी-20 मैच देखने में लगे थे। उसी रात, करीब डेढ़ बजे गांव के एक घर को आग ने लपेट लिया। जब तक लोग इक्कठा हुए पूरा घर जल चूका था। गांव के लोग आग बुझाकर चले गए लेकिन किसी ने घर के अन्दर जली हुई महिला की लाश को नहीं देखा। उस आग में मिथिलेश जल कर मर गयी थी।
मिथिलेश के भाई वीरेंद्र और अखिलेश ने उनकी बहन के ससुराल पर आरोप लगाया है कि उन्होंने मिथिलेश को चारपाई से बांधकर 27 मार्च को जला दिया। अगले दिन सुबह पड़ोसी ने फोन किया तो मिथिलेश का परिवार उसे ढूंढने गांव के लिए निकल गया।
वीरेंद्र कहते हंै “हमे गांव में मिथिलेश कहीं नहीं मिली। हमने उसके पति और सास से पूछा तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। तब हमे शक होने लगा। हमने उसके जले हुए घर को देखा, वहां जमा मलबा हटाया तो मिथिलेश की राख दिख रही थी। उसकी लाश पहचान में नहीं आ रही थी। हमने पुलिस को सूचना दी तो उन्होंने पंचनामा भरा और लाश को पोस्टमाॅर्टम के लिए भेज दिया। जब हम एफआईआर लिखवाने गए तो पुलिस ने हमारी रिपोर्ट तुरंत नहीं दर्ज की। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आ रहे है तो उसकी तैयारी में पुलिस लगी है। पुलिस ने यह भी कहा कि हमारी बहन पागल थी और उसने खुद आग लगायी जबकि पोस्टमाॅर्टम कुछ और बता रही है। मिथिलेश के शरीर पर कई जगह चोट के निशान पाए गए थे और गले में रस्सी का निशान भी था।”
मिथिलेश के परिवार का कहना है कि दहेज के मामले में उनकी जान ली गयी है। मिथिलेश की भाभी सारिका ने कहा कि “ससुराल वाले परेशान कर रहे थे। पांच तोला सोना और ढाई लाख रुपये की नगद मांग रहे थे। वह मिथिलेश को भूखे रखते थे, उसे मारते थे। कई बार जान से मारने की धमकी भी देते थे।”
मिथिलेश और रमेश की शादी को पांच साल हो चुके है। सास रामकिशोरी का कहना है कि मिथिलेश दिमाग की कमजोर थी। वह घर का काम नहीं करती थी और अपने पति से भी कोई मतलब नहीं रखती थी। उसने खुद आग लगाकर अपने आप को जलाया है। मेरे लड़के को पुलिस लेके गई लेकिन उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है तो उसे कुछ समझ में नहीं आता है।
कर्वी के कोतवाल रणवीर सिंह ने कहा कि सास और भांजे के खिलाफ धरा 498 ए, 304 बी 3/4 आईपीसी लगा कर रिपोर्ट दर्ज हुई है।
रिपोर्टर: कविता