प्रसिद्ध शनि शिंगणापुर मंदिर ट्रस्ट ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया, जिसमें महिलाओं को शनि शिगणापुर मंदिर में प्रवेश कर पूजा-अर्चना की अनुमति दी गई है। बता दें कि शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं द्वारा भगवान की पूजा करने पर चार सदी से पाबंदी लगी थी।
इसके बाद अब कोल्हापुर स्थित महालक्ष्मी मंदिर में भी महिलाएं मंदिर में प्रवेश कर पूजा-अर्चना कर सकेंगी। मंदिर प्रशासन ने आज इसकी इजाजत दे दी। मंदिर प्रशासन के इस फैसले के बाद महिला श्रृद्धालुओं में खुशी नजर आईं।
गौरतलब है कि सैकड़ों सालों से मंदिर के गर्भ में सिर्फ और सिर्फ पुजारी के परिवार की ही महिलाओं को जाने की अनुमति थी। लेकिन, मंदिर प्रशासन के इस फैसले के बाद अब सभी महिलाएं मंदिर में पूजा करने जा सकेंगी।
उल्लेखनीय है कि एक अप्रैल को बंबई उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ में शामिल मुख्य न्यायमूर्ति डी एच वाघेला और न्यायमूर्ति एम एस सोनक ने फैसला सुनाया था कि महाराष्ट्र हिंदू पूजास्थल (प्रवेश अधिकार) अधिनियम, 1956 के तहत, महिलाओं को किसी भी पूजा स्थल में प्रवेश से वर्जित नहीं किया जा सकता है।