छेड़खानी का मामला दिनै दिन बढ़त जात है। सोचै वाली बात तौ या है कि छेड़खानी जइसे मामला मा मारपीट के धारा लगा मामला के गम्भीरता का हटावैं के कोशिश कीन जात है। शायद यहै कारन मामला मा रोक नहीं लागत आय अउर मामला का अंजाम दें वालेन के संख्या दिनै-दिन बढ़त जात है।
जिला बांदा ब्लाक नरैनी क्षेत्र का एक मनसवा बताइस कि 24 सितम्बर 2013 का बिटिया टट्टी करैं गे रहै। तबै गांव के कल्लू अवस्थी अउर भोले छेड़खानी करिन। तबै से तीन एस.पी. बदल चुके हैं, रपट तक नहीं लिखी गे आय। मारे डेर के बिटिया का ननिहाल मा छोडे हौं। काहे से उंई जान से मारैं अउर बिटिया का गायब करैं के धमकी देत हैं। या मारे वहिके पढ़ाई रूक गे है। अब परीक्षा भी न दई पाई। या मारे मैं 2 अप्रैल 2014 का एस.पी. का दरखास दइके नियाव के गोहार लगाये हौं। यहिके पहिले उंई नरैनी कोतवाली मा दरखास दई चुके है। नरैनी कोतवाली मुंशी केशव प्रसाद का कहब है कि या मामला बहुतै पुरान आय। या मामला मा वा समय एन.सी.आर (सूचना) लिखी गे रहै तौ मामला शान्त होइगा रहै। अगर उंई लोग परेशान करत है तौ कारवाही कीन जई।
तिन्दवारी थाना के एक गांवन मा छेड़खानी का मामला सउहें आवा है। बिटिया के महतारी बताइस कि वहिके 16 साल के बिटिया साथै गांव का बउवा ठाकुर 28 मार्च2014 का छेड़खानी करिस है। या मामला के दरखास भी 2 अप्रैल 2014 का एस.पी. का दरखास दीन गे है। तिन्दवारी थाना के दीवान हरवंश लाल का कहब है कि या मामला के सूचना लिख गे है। अब जांच चलत है। अबै बउवा ठाकुर फरार चलत है। चिल्ला थाना के गांव के एक मेहरिया बताइस कि 29 मार्च 2014 का गांव के धमेन्द्र, राजू, राहुल अउर रामभवन घर मा शाम साढ़े सात बजे घुस के छेड़खानी करिन। यहिके रपट वा चिल्ला थाना मा लिखाइस है। चिल्ला थाना का मुंशी गोबिन्द दास कहत है कि धमेन्द्र, राजू, राहुल अउर रामभवन के खिलाफ मुकदमा लिखा गा है। मुकदमा मा 147 (एक राय होइके) 452 (घर मा घुस के) 323 (मारपीट) 504 (गाली गलौज) 506 (जान से मारैं के धमकी) 354 (छेडखानी) लाग हैं।
बांदा शहर के मेहरिया बताइस कि साथै मोहल्ला का रहै वाले राजकुमार अउर कल्लू छेड़खानी करिन हैं। 16 मार्च 2014 के रात साढ़े नौ बजे राजकुमार अउर कल्लू मोर मनसवा का होली जलब देखैं के बहाने घर मा घुस आये। मोर मनसवा रिश्तेदारी मा चला गा रहै। जबै मनसवा का घर मा न देखेन तौ मोरे साथै छेड़खानी करिन। मैं चिल्ला के बचाव के गोहार लगायेंव। चिल्लाय के आवाज सुनके मोहल्ला वाले आये तौ उंई भाग गे। कहत रहैं कि अगर कउनौ कारवाही करिहे तौ जान से मार देबे। बांदा सिविल लाइन चैकी मा 18 मार्च 2014 का दरखास लिखायेंव, पै कारवाही नहीं भे आय। 31 मार्च 2014 का एस.पी. अमित वर्मा का दरखास दिहिस है।
एस.पी. अमित वर्मा सबै मामलन के बारे मा कहिन कि अबै मैं या जिला खातिर नवा आहूं। इं सब मामलन के जांच कराइहौं। जांच के हिसाब से कारवाही होई।