जिला महोबा, ब्लाक कबरई, कस्बा कबरई, वार्ड नम्बर बारह। एते कूड़ादान न होय खे कारन बोहतई गन्दगी रहत हे। जीसे आये दिन आदमी उल्टी-टट्टी जेसी भयंकर बीमारी से जूझत रहत हे। एई से आदमी कूडादान धरायें की मांग करत हें।
गेंदारानी ओर मुलिया ने बताओ कि हमें एते रहत लगभग पचास साल हो गये हें। एते कभऊं कूडा़दान धरो नई देखो आय। एई से हम लोगन खा कूडा़ फेंके खा बोहतई परेशानी होत हे। पानकुंवर बताउत हे कि अगर पहाड़ केती कूड़ा फेंके जात हें तो पहाड़ में गिरे को डर बनो रहत हे। ओर अगर तालाब केती डारत हें तो आदमी लड़े खा तैयार हो जात हे। एक आदमी को घर गिर गओ हे। ओई घर में हम कूड़ा फेकत हें तो पूरो कूडा उड़ के हमाये घरन में आउत हे। एई से हमने केऊ दइयां वार्ड मेम्बर से कूड़ादान धरायें खा कहो हे, पे ऊने एते कूडा़दान नई धराओ आय।
कबरई नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी दिनेश कुमार मिश्रा ने बताओ कि अगर ओते के आदमी कूड़ादान की मांग करत हें तो अगर पुरानो कूड़ादान धरो होहे तो धरा देबी। अगर न होहे तो बाजार से नओ कूड़ादान खरीद के धरा दओ जेहे। जीसे आदमियन खा कूड़ा फेंके की परेशानी न होहे।