जि़ला बांदा। आजकल स्टेशन रोड स्थित मेमर्स किसान कृषि मशीनरी स्टोर नाम की दुकान में लपेटा पाइप बिकता है। सालों साल तक चलने वाला ये पाइप बहुत मज़बूत है। आई.एस.आई. कम्पनी द्वारा प्रमाणित यह पाइप किसानों के लिए आधी कीमत पर मिल रहा है। इस पाइप को खरीदने के लिए दुकान में किसानों की दिन भर भीड़ लगी रहती है।
दुकानदार धनेश चन्द्र शिवहरे का कहना है कि यह पाइप सितंबर 2015 में मेरी दुकान में बिकने को आया। मैं पहले से भी लपेटा पाइप को बेच रहा था। विभागीय लोगों का भरोसा था कि मैं किसानों को इस पाइप को ज़्यादा से ज़्यादा खरीदने के लिए समझा पाउंगा। एक किसान को कम से कम एक बंडल और ज़्यादा से ज़्यादा दस बंडल दिए जा सकते हैं। अलग-अलग साइज़ के पाइप की अलग-अलग कीमत है। इससे सबसे ज़्यादा फायदा छोटे किसानों को है कि वे आसानी से इस पाइप को खरीद सकते हैं। पाइप बहुत हल्का है, सस्ता है। बहुत मज़बूत है। पंचर की व्यवस्था है। सब्सिडी पर मिलता है। लगभग 440 किसान इस पाइप को खरीद कर लाभान्वित हो चुके हैं। अब तक हज़ारों बंडल पाइप बिक चुका है। अभी भी किसान पाइप को खरीदने के लिए आ रहे हैं।
इस पाइप से किसानों की सबसे बड़ी दिक्कत सब्सिडी पाने की है। जल्दी सब्सिडी नहीं मिल पाती है। दूसरा कि इस पाइप को खरीदने के लिए कृषि विभाग से सत्यापन कराना पड़ता है। सत्यापन में लगने वाले रिकाॅर्ड बहुत से किसानों के पास नहीं होते हैं। उनको बनवाने और इकट्ठा करने में बहुत से किसानों को समय लग जाता है।
पाइप को नरैनी ब्लाॅक के चन्दौर गांव से खरीदने आए किसान मलखान का कहना है कि उनको इस पाइप से बहुत फायदे हैं। चूहों से काटने का डर नहीं है। कीमत कम है। सिंचाई के लिए आसानी से दूर दूर तक लेकर जाया जा सकता है।
महुआ ब्लाॅक गांव खुरहण्ड के राधे श्याम गुप्ता पाइप को खींच कर मज़बूती का एहसास दिलाते हुए बताते हैं कि इस पाइप की कीमत कम और जि़न्दगी ज़्यादा है। यह पाइप सच में किसानों के लिए वरदान है।
किसानों के लिए वरदान है लपेटा पाइप
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