केन्द्र सरकार ओर राज्य सरकार योजना तो बोहतई लागू करत हे। ऐसे आदमियन खा जोन पात्र ओर गरीब ओर आसहायं हे। का ऊ योजना को लाभ ऊ आदमी तक पोहोंच पाउत हे जीखे लाने लागू करी जात हे।
हम बात करत हे महोबा जिला की जिते आदमी लोहीया आवास जा फिर समाजवादी पेंशन खे लाने विभाग ओर डी.एम. के चक्कर लगाउत हे। आखिर का कारन हे ईखो जो पात्र आदमी खा नई मिल पाउत हे। सवाल जा उठत हे की सरकार का सोच के योजना के साथे लक्ष्य बनाउत हे का एक गांव में सरकार के आधार से ही पात्र आदमी हो हे। समाज कल्याण विभाग के अनुसार कुलपहाड़ कस्बा में कुल छह सौ अटठाइस आदमियन को लक्ष्य हे। सोचे वाली बात जा हे कि बीस हजार की आबादी वाले ंकस्बा में लगभग सात सौ आदमी हो हे, जोन समाजवादी पेंशन के पात्र हे। दरखास देय के बाद जांच होंय के बाद मिले योजना को लाभ मिलें की बात कही जात हे।
कबरई ब्लाक, रिवई सुनैचा गांव दो दइयां अम्बेदकर ओर लोहीया हो चुको हे। फिर भी आदमी आवास खा चक्कर लगाउत हे। सचिव लक्ष्य की बात कहत हे ओर जा भी कहत हे कि आदमी दरखास देय तो जांच के बाद दई जेहे। का जोन अधिकारी गांव में रहत हे ऊखे पत्रता पता नइयां का की कीखे योजना देने हे। जे बाते सुनके साफ नजर आउत हे की कर्मचारी ही बीच में घोटाला करत हे। का सरकार अपने कर्मचारियन खा वेतन नई देत हे जा फिर उत्ते में कर्मचारियन को पेट नई भरत हे। गरीब आदमी के साथे एसो करत हे। सरकार खा ई बात खा बोहतई गम्भीरता से लेय की जरूरत ह।