समाजवादी पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव विधान सभा के चुनाव होंय के पेहले बांदा में आय हते। ऊने अपने भाषण में कहो हतो की बुन्देलखण्ड के किसानन को आधो कर्ज माफ करो जेहे। ई योजना को लाभ बोहतई कम किसानन खा मिलो हे। सरकार के ई योजना को लाभ ऊखे काय नई मिलत हे, जीखे बोहतई जरूरी हे।
महोबा जिला, पनवाड़ी ब्लाक, रिछा गांव के उमाशंकर राजपूत खा इलाहाबाद यू.पी. ग्रामीण बैंक भरवारा से नोटिस भेजी हती। जीसे ऊने आग लगा के आत्म हत्या कर लई हती। एसई जैतपुर ब्लाक के सतारी गांव के यसोदानन्दन खा इलाहाबाद बैंक शाखा सुगिरा से 26 जुलाई 2013 खा नोटिस गई। जीसे ऊने 9 अगस्त 2013 खा जहर खाके आत्म हत्या कर लई। सरकार गरीब किसान को ध्यान काय नई देत हे? अगर एसई नोटिस भेजी जात रेहे ओर कर्ज माफ न हो हे। तो जाने कित्ते किसान आत्महत्या करें खा मजबूर हो जेहंे। जा आत्म हत्या कोनऊ पेहली घटना नोंय। बुन्देलखण्ड के किसानन के ऊपर हमेंशा बैंक को कर्जा रहो हे। ऊखी जमीन में इत्तो अनाज भी नई होत हे, कि किसान आपन कर्जा चुका सके। कहूं पाला, तो कहूं सूखा तो कहूं ज्यादा बारिस से फसल नई बो पाये हें। जीसे फसल में बोहतई बरबादी आई हे। का उत्तर प्रदेश सरकार ईं सब आपदाओ से अनजान हे? जोन किसानन की कड़ी मेहनत की कमाई से दुनिया की जनता को पेट भरत हे। ओई खा आत्महत्या करें खा काय मजबूर करो जात हे।
का सरकार आपन वादा करहे पूर
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