20 अप्रैल को पूरे गांव में बरात को घुमाने की जिद पर अड़ा दूल्हा अब लड़की के बालिग होने तक विवाह टालने को तैयार हो गया है।
संजय की शादी निजामपुर की शीतल से 20 अप्रैल को होनी तय हुई थी। एसडीएम की जांच में सरकारी दस्तावेजों में शीतल 20 अप्रैल को 18 वर्ष पूर्ण न करने के चलते शादी के योग्य नहीं पाई गई थी।
दलित दूल्हे ने सोमवार को रिपोर्ट पर आपत्ति जताते हुए मेडिकल जांच कराने की बात कही थी। एक अंग्रेजी अख़बार की खबर के अनुसार, डीएम आरपी सिंह ने बताया कि, परिजन शीतल को जांच के लिए लेकर जिला अस्पताल गए थे, किंतु प्रारंभिक जांच के बाद ही शीतल ने जांच कराने से इन्कार कर दिया।
उधर, संजय का कहना है कि वह मंगेतर शीतल के जुलाई में बालिग होने तक विवाह टालने को तैयार है। जल्द ही दोनों परिवार नई तारीख पर सहमति बना लेंगे।
गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस भी सतर्क है। एसपी–डीआइजी पीयूष श्रीवास्तव ने बताया कि शीतल के भाई बिट्टू की सुरक्षा में एक सिपाही तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा एहतियातन निजामपुर में स्थापित डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर भी पुलिस तैनात कर दी गई है।