पनामा पेपर्स ने काला धन रखने वालों को इस हफ्ते की सबसे बड़ी खबर बना दिया है। पत्रकारों के एक अन्तराष्ट्रीय समूह ने आठ महीने की जांच-पड़ताल के बाद दुनियाभर के पूंजीपतियों की एक सूची जारी की है जिसमें काले धन को विदेशों में छुपाने वालों के नाम दिए गये हैं। बॉलीवुड के जाने माने कलाकार अमिताभ बच्चन से लेकर अलग-अलग देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी इस सूची में शामिल हैं।
क्या है पनामा पेपर्स?
पनामा पेपर्स एक ऐसी अन्तराष्ट्रीय खोज है जिसमें एक करोड़ से ज्यादा फाइलों से महत्वपूर्ण तथ्यों को पत्रकारों ने खोजा है। इस खोज के अनुसार, दुनिया के मालदार लोग अपनी धन-संपत्ति को पनामा, ब्रिटिश वर्जिन आईलैण्ड और बहमास जैसे देशो तक पहुंचा रहे हैं। यह गैर-कानूनी व्यवस्था है, जो उन्हें टैक्स से बचाती है। पनामा की बड़ी कानूनी कम्पनी ‘मोस्सैक फोंसेका’ से यह कागजात के भेद खोलो गए हैं। इस सूची में शामिल सभी लोगों ने मोस्सैक फोंसेका कंपनी की मदद से फर्जी कंपनियां बनायी हैं, नशीले पदार्थो का व्यापार किया है और रिश्वत दी है। ऐसी कंपनियों को टैक्स से राहत दिलाने वाली कंपनी माना जाता है।
कौन-कौन शामिल है काले-धन की सूची में…
अमिताभ बच्चनः पनामा पेपर्स के अनुसार, अभिनेता अमिताभ बच्चन ब्रिटिश वर्जिन आईलैण्ड और बहमास में चार ऐसी कंपनियों के कर्ता-धर्ता रह चुके है जिसने करोड़ो रुपयों का व्यापार किया। लेकिन अमिताभ का कहना है कि उनको इन चीजों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
ऐश्वर्या रायः बच्चन परिवार की बहु ऐश्वर्या राय और उनका पूरा परिवार 2004 में उदार कर-नियामक कंपनी के कर्ता-धर्ता बने। फिलहाल, काले धन के सवालों पर ऐश्वर्या ने जवाब देने से मना कर दिया है।
के पी सिंहः रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के प्रमोटर के.पी सिंह के पास अवैध तीन कंपनीयां हैं जिनका मूल्य एक करोड़ रुपए से ज्यादा है।
इकबाल मिर्चीः मुंबई के आतंकवादी सरगना, दाउद इब्राहिम के साथी इकबाल मिर्ची का नाम भी पनामा पेपर्स में आया है।
विनोद अदानी, आइसलैंड के प्रधानमंत्री जिन्होंने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। अर्जेंटीना, युक्रैने, ब्रिटेन और सीरिया के राष्ट्रपति का नाम भी पानामा में शामिल है।