जिला होबा, ब्लाक चरखारी, गांव सालट। ई गांव में मनरेगा के तहत पचीसन आदमी ओरतन ने पुलिया बनवायें को काम करो हतो, पे साल भर होय खे बाद भी आज तक मजदूरी खा रूपइया नई मिलो आय।
रामलली ओर युखनन्दन ने बताओ कि पिछले साल चेत के महीना में जरसयान तालाब के एते पुलिया बनत हती। ओई पुलिया बनावे खा काम हम लोगन ने आठ-आठ दिन काम करो हतो, पे एक साल पूरो होय खे बाद आज तक हमें एकऊ रूपइया नई मिलो आय। जभे कि प्रधान कहत हतो मे सबखा नगद रूपइया देहों।
सुमित्रा बताउत हे कि हम लोग आपन छोट-छोट बच्चा छोड़ के एसे घाम में काम करत हते कि रूपइया मिलहे तो आपन बच्चन खा कछु लिबा देबी। हम गरीब आदमी आपन बच्चन खा मजदूरी करके खवाउत हें। आज काल आपन हाथ खे करी मेहनत को भी रूपइया नई मिलत आय। ऊखेो आरोप हे कि जभे काम करवाये खा होत हे तो भटकत रहत हे। प्रधान पुष्पा देवी ने कहो कि ऊखे काम खे रूपइया के बारे में मोये कोनऊ जानकारी नइयां। चरखारी बी.डी.ओ. प्रदीप कुमार पाण्डेय से बात नई हो पाई हे। काय से ऊ छुट्टी में हते।
काम करवा लेत हें, नई देत रूपइया
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