खबर लहरिया चित्रकूट कागज मा मरा देखाइन

कागज मा मरा देखाइन

Exif_JPEG_420

जिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी, गांव भगनपुर, पुरवा ठर्री। हिंया का ओमनाथ कहिस कि बुआ रामकली का अट्ठारह साल से वृ़द्वा पेंषन मिलत रहै पै दुइ साल से वहिका वृद्धा पेंषन नहीं मिलत आय। यहिसे समाज कल्याण विभाग मा 5 जनवरी का कहा गा हवै।
ओमनाथ का कहब हवै कि बुआ रामकली के उम्र लगभग अस्सी साल हवै। वहिका आंखिन से देखाई नहीं देत हवै। हाथ गोड़ भी नहीं चलत आय। बुआ का सरकार कइती से वृ़द्धा पेंषन मिलत रहै, पै वहिका नाम कउनौ कटवा दिहिस हवै। कागज मा बुआ का मरा देखावा गा हवै। जबैकि हमार बुआ जिंदा हवै। बुआ का बुढ़ापे मा कउनौ का सहारा नहीं आय। अगर वृद्धा पेंषन मिलत रहै तौ थोइ नून रोटी का सहारा होइ जात रहै।
समाज कल्याण विभाग के बाबूू पैष्वनी का कहब हवै कि रामकली के पेंषन सरकार कइती से चालू करवाई जई। होइ सकत हवै कि जबै सर्वे भा रहै तौ रामकली सर्वे मा न मिली होइ। यहिसे वहिके वृद्धा पेंषन बंद होइगे हवै।