हरिद्वार से पुरी के बीच चलने वाली कलिंग उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खतौली के पास हुए इस हादसे में ट्रेन की 14 बोगियां पटरी से उतर गई जिसके कारण 24 यात्रियों की मौत हो गई जबकि 97 अन्य घायल हो गए।
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग घटना स्थल पर पहुंचे ओर घायल लोगों की मदद की। कुछ ही देर बाद स्थानीय प्रशासन के अधिकारी और इमरजेंसी सेवाएं मौके पर पहुंच गईं और राहत काम मे जुट गईं।
दिल्ली से एनडीआरएफ की टीम ने पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। इस हादसे में ट्रेन के 2 डिब्बे पटरी से उतर कर रिहाइशी इलाके में जा घुसे जिससे एक स्कूल और घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार रेल ट्रैक पर 2 दिनों से काम चल रहा था। हादसे का शिकार हुई ट्रेन से पहले इसी ट्रैक से दो ट्रेनें कुछ ही देर पहले धीमी गति से गुजरी थीं।
बताया जा रहा है कि उत्कल एक्सप्रेस की गति तेज थी जब ये हादसा हुआ। अनुमान लगाया जा रहा है कि ट्रेन को खतरे का सिग्नल नहीं मिला होगा जिस वजह से ट्रेन की गति कम नहीं हुई। जिलाधिकारी जीएस प्रियदर्शी के अनुसार सभी घायलों का उपचार विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजन को 3।5 लाख रुपये का मुआवजा और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये जबकि मामूली तौर पर घायलों को 25,000 रुपये की सहायता राशी देने का ऐलान किया।