जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड डुमरा, मुहल्ला शांति नगर, वार्ड नम्बर दु। उहां नवसृजित विद्यालय लगभग अढ़ाई साल से चल रहल हई। लेकिन अभी तक ओई विद्यालय के बनेला जगह न मिलल हई। इ विद्यालय छोटा सा जगह में चल रहल हई।
ओई मुहल्ला के लोग सब खुशबु कुमारी, अल्का कुमारी, रेणु कुमारी, मुन्ना कुमार लगभग बीस पच्चीस लोग कहलथिन कि इहां के बच्चा सब के बइठे में बहुत दिक्कत होई छई। शिक्षिका के भी बइठे चाहे पढ़ावे में बड़ा परेशानी हो रहल हई। सड़क किनारे बच्चा सब बइठ के पढ़ाई करई छथिन। एई जगह त बीस पच्चीसो गो बच्चा के बइठे वाला हई। वर्ग तीसरा के तारा कुमारी, छोटे कुमार ,सोनी कुमारी, मुकेश कुमार, इ बच्चा सब कहलथिन कि हमरा सब के पढ़ाई में बड़ा कठिनाई होई छई। धुप में धुपे लगईय बरसात में बइठे के जगहे न हई खेल कुद त दुर के बात हई। अभी बरसात में त तनको देर पढ़ाई न भेल कि पानी बरसे लागल अउर पढ़ई बन्द होगेल।
प्रधानाध्यापिका कुमारी अनिता कहलथिन कि इ विद्यालय मिथिला बिहारी सिंह के दरवाजे पर चल रहल हई। कुल नामांकन बहतर हई अउर उपस्थिति पैतीस चालीस रहई छई। एई विद्यालय में दुगो शिक्षिका हई। उनकर नाम सोनी कुमारी हई उ अभी मातृ अवकाश में छथिन। हम कि कर सकई छी? जब तक जगह न मिलतई तहिया तक त दिक्कते हई।
जिला शिक्षा पदाधिकारी कुमार सहजा नन्द कहलथिन कि जहां-जहां जगह न मिलल हई उहां त दिक्कते से विद्यालय चल रहल हई। उहां भी जगहे के कारण दिक्कत हो रहल हई। जब जगह मिलतई त विद्यालय बनायल जतई।
कम जगह में चलई छई विद्यालय
पिछला लेख