जिला चित्रकूट, बलाक पहाड़ी, गांव बक्टा बुजुर्ग। हिंया के बिट्टी के शादी दस बरस पहिले भुंइहरी गांव मा सतनवा के साथै भे रहै। मनसवा कमात नहीं आय या कारन मइके मा रहत हवै। हिंया के बिट्टी बताइस मोरे दुइ लड़का हवै। उनका मेहनत मजूरी कइके पेट भरत हौं। मनसवा सतनवा कुछौ काम नहीं करत रहै। अगर कमाये खातिर कहत रहौं तौ लड़ाई करत रहै। ऊपर से मारै पीटै लागत रहै। या कारन परेशान रहत रहौ। यहै से अपने मइके मा रहत हौं। यहिके दरखास डेढ़ महीना पहिले पहाड़ी थाना मा लिखाये हौं अबै तक कउनौ कारवाही नहीं भे आय। मनसवा सतनवा से बात कीन तौ वहिकर कहब हवै-“ वा अपने से मइके चली जात हवै। वा घर मा नहीं रहत हवै। अपने मइके से नहीं आवत आय।”
कमाये के दुखन करत मारपीट
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