सरकार एक ओर ई कहत हे कि हर गांव खां बिजली दई जेहे। पे जोन गांव में तार, खम्भा ओर टासंफारमर धरें हें । ओते की जनता भी बिजली के लाने बोहतई परेशान हे। ईखी जानकारी होय के बाद भी न तो सरकार ध्यान देत हे, ओर न जिले के शासन- प्रशासन।
महोबा जिला खे ब्लाक पनवाड़ी के गांव तेइया खे लगभग पांच हजार जनता तीन महीना से बिना बिजली के रहें खा मजबूर हे। एते कनेक्शन लेय के बाद भी तीन महीना से बिजली नई आउत हे। अभे महोबा के लगभग पचास एसे गांव हे जिते की जनता बिजली खे उजाला देखे खा तरसत हे। बडे- बडे शहरन में आदमी ए. सी. में रहत हे। बिजली चली जाय में इनवर्टर से पंखा चलाउत हे। पे गांवन के गरीब जनता को एसी गर्मी में पूरो सुख चेन छिन गओ हे।सरकार गरीब जनता के बारे में काय नई सोचत हे? गांवन खे किसानन खे जमीन खा छीन खे सरकार बड़े बड़े बंध बनवा के ऊसे बिजली पैदा करत हे, पे ओई गांवन खे जनता खे बिजली का लाभ काय नई दओ जात हे? ऐसो भेद भाव आखिर काय करो जात हे।
कभे आहे बिजली
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