बुंदेलखंड में कजली मेला खूब उत्साह से मनाया जाता है। बुंदेलखंड के बांदा और महोबा में खूब धूमधाम से कजली मेला मनाया गया। हाथियों पर झांकिया निकाली गईं। सजे तरह तरह के झूले। औरतों ने सजाईं कजलियां। महोबा में 11 अगस्त 2014 को हवेली दरवाज़ा में एस.पी. बब्लू कुमार डी. एम. बीरेश्वर सिंह ने मेले का उद्घाटन किया।
महोबा के दो वीर थे जिन्हें आज भी पूरे देश में लोग याद करते हैं। आल्हा और ऊदल। दिल्ली के शासक पृथ्वीराज चैहान को इन लोगों ने युद्ध में हराया था। दोनों योद्धाओं की जीत की खुशी में यह मेला लगता है।