खबर लहरिया बुंदेलखंड कच्चे, टूटे घरों में रहतें हैं ललितपुर जिले के खिरिया लटकन्जू गाँव के लोग

कच्चे, टूटे घरों में रहतें हैं ललितपुर जिले के खिरिया लटकन्जू गाँव के लोग

जिला ललितपुरके खिरिया लटकन्जू गांव में अभी तक कुछ लोग कच्चे घर में रहते है। इतनी परेशानी है कि गांव वालों का रहना मुश्किल हो गया। आवास न होने कि वजह से लोगों को न सोने कि जगह है और न ही खाने की।
गराईबहू का कहना है कि न तो शौचालय और न ही गड्ढा बनवाया कुछ नहीं दिया हम लोग गरीब है तो कुछ नहीं दिया है। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। न तो कोटा में कुछ मिल रहा है, कहना बनाते समय घर के ऊपर से कचरा गिरता है। संगीता ने बताया कि आवास के क़िस्त का पैसा निकलवाने के लिए दो से छह हजार रूपये प्रधान मांग रहा है। मगना का कहना है कि तीस पैंतीस साल से रहते हुए हो गया लेकिन कोई सुनता ही नहीं है तो किसी तरह अपना गुजरा चला रहे हैं। गणेश ने बताया कि गांव में तो तीन हजार की आबादी है जिनमें बैकवर्ड लोगों को तीन-तीन आवास मिला है लेकिन हमें बस नहीं मिला है।
राधा का कहना है कि हम सब गांव में कुछ सुविधाएं चाहते हैं। गांव में घर मकान बन जाएंगे तो बैठने को जगह हो जाएगी और लोग बरसात से बच पाएँगे। बीडीओ अजय कुमार शर्मा का कहना है कि अभी तक यहां 875 आवास आये हैं। आज मैंने खुद जाकर देखा कि चार गांव में कम से कम 60 आवास मिले है। लेकिन कोई समस्या हो वो चाहे प्रधान, सचिव की तरफ से हो। प्रधानमंत्री आवास योजना तो गरीबों के लिए है और जिनके पास है, उनके लिए नहीं है और जो धन्नासेठ हो वो अपना खुद से बनवा सकते हैं।

रिपोर्टर- सुषमा  

Published on Apr 18, 2018