सरकार बच्चा, बच्ची सब के पढ़े के लेल कई तरह के योजना के तहत विद्यालय खुलबयले छथिन। ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से बंचित न रहें। कयला कि बच्चा ही देश के भविष्य हई। तइयों शिक्षा के व्यवस्था अधुरा ही हई।
सीतामढ़ी अउर शिवहर जिला में बहुत अइसन विद्यालय देखे के मिलई छई कि बच्चा के पढ़े के लेल कक्षा रूम न हई। त कहि विद्यालय बनल न हई। त कहि जगह भी न मिलल हई। ओई बच्चा सब के आवे वाला समय के केना भविष्य बनतई। जब बइठ़े के लेल जगह न हई त विषय बाइज पढ़ाई केना होतई। जेइसे में सीतामढी जिला के डुमरा प्रखण्ड में शांति नगर डुमरा में प्राथिमिक विधालय खूलला लगभग अढ़ाई साल भेगेलई। लेकिन अभी तक ओई विद्यालय के बच्चा सब के बइठे के लेल कोई सुविधा न हई। त ओई जगह के गरीब के बच्चा पर कि असर परतई। जिनका पास रूपईया हई उ सपना बच्चा के प्राइवेट विद्यालय में पढ़वई छथिन या बाहर रखई छथिन पढ़ाई करे लेल त ओही बच्चा के भविष्य बनतई। जब कि शिक्षा के अधिकार कानून के तहत सरकार नियम लागू कयले छथिन कि सब बच्चा बच्ची के गुणवता पुर्ण शिक्षा मिल रहल हई। उ जानकारी कोन अधिकारी लोग के न हई? एई पर साचे के चाहि।
कइसे होतई शिक्षा में सुधार
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