जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड रीगा, गणेशपुर बभनगामा, गांव कुशुमपुर बखरी दक्षिणवारी टोला। उहां के मुहम्मद मुस्लिम बागमती बैरेज में पौधा रोपन अउर देखभाल करई छथिन। लेकिन उनका ऐई साल के मजदूरी न मिल हई।
मुस्लिम बैठा कहलथिन कि हम बागमती बैरेज में लगभग चार साल से काम करई छी। लगभग छौ सौ पौधा रोपले रही। दु साल ले सब जिन्दा रहे। ओई के बाद बांध बंधायेला बड़का पत्थर रखलई। जेईमें कुछ पौधा मर गेल अभी लगभग अढ़ाइग् सौ ले पौधा जिन्दा हई पिछला रूपईया सब मिल गेल लेकिन ऐई साल के रूपईया न मिलल। रोजगार सेवक फोटो भी खिंचके ले गेलथिन लेकिन कुछो जानकारी न भेल। हम दुनु पति-पत्नि भर-भर दिन पौधा के देखभाल में लागल रहई छई।
कार्यक्रम पदाधिकारी कृपाषंकर झा कहलथिन कि पौधा देखभाल तीन साल तक करे के हई। ओई के बाद पौधा बड़ा हो जाई छई त देखभाल न करे के होई छई। उनकर फोटो खिचाके गेल होतई लेकिन फंड में रूपईया न रहल होतई जेई कारण न मिल होतई। रूपईया त सब के खाता में जाई छई। जब-जब पेमेन्ट कयल जाई छई त फोटो खिचाई छई।
ऐई साल के रूपईया हई बाकी
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