बजरंग पुनिया ने 27 मई को एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया है। बजरंग ने फ्री-स्टाइल सीनियर्स के 65 किलोग्राम भार वर्ग में दक्षिण कोरिया के ली सेयुंगचुल को मात देकर भारत के हिस्से स्वर्ण पदक डाला।
खराब शुरुआत के बाद बजरंग ने शानदार वापसी की और अंतिम राउंड तक चले मुकाबले में 6-2 से जीत हासिल की।
स्वर्ण जीतने के बाद बजरंग ने अपने कोचों-जगमिंदर सिंह और सुजीत मान का धन्यवाद किया। साथ ही बजरंग ने 2012 ओलम्पिक में कांस्य पदक जीत चुके अपने साथी योगेश्वर दत्त का भी धन्यवाद किया। बजरंग ने कहा कि दत्त से उन्हें काफी मार्गदर्शन मिला है।
वहीं महिलाओं के 58 किलोग्राम भारवर्ग के मुकाबले में सरिता स्वर्ण पदक से चूक गईं। उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। सरिता को फाइनल में किर्गिस्तान की अईसुलु ट्यानबेकोवा ने 6-0 से मात दी।
भारतीय महिला पहलवानों ने इस चैम्पियनशिप में अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए चार रजत और दो कांस्य पदक जीते हैं। दूसरी ओर, पुरुष पहलवानों ने महिलाओं की तरह अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। सिर्फ बजरंग की चमक दिखा सके। खासतौर पर भारतीय पहलवानों ने फ्री-स्टाइल में बेहद खराब प्रदर्शन किया।