ये हुई न धाकड़ खबर!
जकार्ता में हो रहे 18वें एशियन खेलों में विनेश फोगाट ने इतिहास रच दिया। 50 किग्रा भारवर्ग का फाइनल अपना नाम करते हुए विनेश एशियाई खेलों की कुश्ती स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली महिला बन गई हैं। स्वर्ण पदक के लिए खेले गए मुकाबले में विनेश ने जापान की इरी युकी को 6-2 से मात दी।
बता दें कि भारत ने एशियाई खेलों में अभी तक दो स्वर्ण पदक अपने नाम किए हैं। दोनों ही पदक कुश्ती से मिले हैं। इससे पहले बजरंग पूनिया ने इन खेलों का पहला स्वर्ण पदक दिलाया था।
20 अगस्त को भारत की विनेश जब अपनी बाउट में उतरीं, तो वह पैर में दर्द की समस्या से जूझ रही थीं। इसके बावजूद उन्होंने विरोधी रेसलर को कोई मौका नहीं दिया। स्वर्ण पदक के लिए खेले गए फाइनल मुकाबले में विनेश ने संभल कर शुरुआत की और पहले वह खुद को बचाते हुए खेल रही थीं।
अंकों के लिहाज से विनेश ने अपनी पहली बढ़त 4-0 के बनाई थी। इसके बाद इरी युकी ने 2 अंक अर्जित किए इस बीच विनेश ने भी 2 अंक लेकर 4 अंकों की अपनी लीड को बरकरार रखा। अंत में मैच का निर्धारित समय पूरा होने के बाद विनेश ने 6-2 के अंतर से ऐतिहासिक स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया।
फाइनल में पहुंचने से पहले विनेश ने सेमीफाइन में कोरिया की पहलवान किम को पटखनी दी थी। इस मुकाबले में विनेश ने किम को कोई मौका ही नहीं दिया और बाउट शुरू होते ही कुछ ही पलों में 11 अंक बटोर कर तकनीकी आधार 11-0 से मुकाबला अपने नाम किया था। इस तरह उन्होंने सेमीफाइनल में एकतरफा जीत दर्ज कर स्वर्ण पदक के लिए चुनौती दी थी।