सरकार ने एअर इंडिया की 76% हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई है। यह जानकारी एअर इंडिया के रणनीतिक विनिवेश पर जारी किए गए सूचना ज्ञापन में में दी गई है।
इसके अनुसार, सरकार जल्द ही एयरलाइंस का प्रबंधन प्राइवेट कंपनियों को सौंप सकती है।
बता दें कि एअरइंडिया पर 50 हजार करोड़ रूपए का कर्ज है और पिछले 6 सालों से एयरलाइन्स सरकार के बेलआउट पैकेज पर चल रही है।
विनिवेश प्रक्रिया की शुरूआत करते हुए विदेशी एयरलाइंस समेत विभिन्न इकाइयों से रूचि पत्र (ईओआई) आमंत्रित किये गये हैं। बोली में एक कंपनी या समूह शामिल हो सकता है। बोलीदाताओं के पास न्यूनतम नेटवर्थ 5,000 करोड़ रुपये होना चाहिए। साथ ही इकाइयों की श्रेणी के आधार पर कुछ शर्तों को पूरा करना जरूरी है।