जिला सीतामढ़ी में 102 एम्बुलेंस कर्मी 19 दिसम्बर से हड़ताल पर हैं। कारण उनका छह महिना से मानदेय भुगतान नहीं किया जा रहा है। जिले में कुल 102 एम्बुलेंस है।
बथनाहा के एम्बुलेंस चालक सुशील कुमार ठाकुर ने कहा कि अगर मानदेय ही नहीं मिलेगा तो बच्चे खाएंगे क्या? सबके पास घर परिवार है। रात-दिन काम करते हैं, लेकिन हमे इसका मेहनताना नहीं मिल रहा है। सोनबरसा के चालक प्रमोद झा का कहना है कि वेतन तो वेतन यहां तक कि एम्बुलेंस की मरम्मत के लिए भी रूपया हमको नहीं मिलता है। अपनी पूंजी लगाकर कितना सेवा करते रहें? जब तक हमे मानदेय नहीं मिलेगा हम लोग हड़ताल पर लगे रहेंगे। आशा कार्यकर्ता रामरती देवी और अनीता देवी ने बताया कि प्रसव वाली महिला को टैम्पू में लाने में परेशानी होती है। मरीजों का तो हाल ही बुरा है। सोनबरसा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकिारी राम प्रवेश सिंह और बथनाहा के स्वास्थ्य प्रबंधक आदित्य कुमार का कहना है कि इनका मानदेय राज्यस्तर से ही तय होता है।
वहीं डुमरा के स्वास्थ्य प्रबंधक अनुपम सिंह ने बताया इससे परेशानी तो बढ़ी है क्योंकि जहां टेम्पू नहीं जाती है या जिस जगह कम सुविधा है, वहां के मरीज के लिए ये एंबुलेंस बहुत जरूरी हैं। इसके बाबजूद इमरजेंसी के लिए हर स्वास्थ्य केन्द्र पर कुछ फंड होता है, जिससे वो हम इस समय खर्च करते हैं।
जिला स्वास्थ्य पदाधिकारी ओम प्रकाश पंजियार का कहना है कि उनका भुगतान एन.जी.ओ. के मारफत होता है वही से मानदेय भुगतान नहीं किया जा रहा है।
एम्बुलेंस कर्मी है हड़ताल पर
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