नई दिल्ली। एच. आई. वी/एड्स जैसी भयानक बीमारी से भारत का परिचय कराने वाली प्रसिद्ध शोधकर्ता डॉक्टर सुनीति सोलोमन का 28 जुलाई को निधन हो गया। उनकी उम्र छिहत्तर साल थी। सुनीति ने 1986 में देश में पहली बार एच.आई.वी. संक्रमण के मामले मिलने की जानकारी दी थी।
सुनीति और उनके सहयोगियों ने 1986 में छह यौन कर्मियों के खून के नमूनों की जांच कराई थी। उनमें एचआईवी पाया गया था। यह भारत में एच. आई. वी. का पहला मामला था। इसके बाद देश में एड्स संक्रमण के शोध और प्रशिक्षण के काम शुरू किए गए। सुनीति जब मद्रास मेडिकल कॉलेज एंड गवर्नमेंट जनरल हास्पिटल में मायक्रोबायोलॉजी की प्रोफेसर थीं, तब उन्होंने देश के पहले व्यक्ति की मजऱ्ी से जांच करने वाले केंद्र और परामर्श केंद्र एवं एड्स पर शोध करने वाले समूह की स्थापना की। 2009 में विज्ञान एवं तकनीक मंत्रालय ने सुनीति को नेशनल विमेन बायो साइंटिस्ट अवार्ड से सम्मानित किया।