बारासात, पश्चिम बंगाल। उत्तर 24 परगना जिले के बारासात शहर से 7 जून की रात को एक बीस साल की लड़की की लाष मिली। जांच के बाद पता चला कि लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार और मारपीट की गई थी। बलात्कार और हत्या की इस घटना से पूरे राज्य में गुस्से का माहौल छाया हुआ है। 13 जून तक पुलिस ने आठ युवकों को हिरासत में ले लिया है।
राज्य के नदिया जिले में एक तेरह साल की लड़की का सामूहिक बलात्कार किया गया और उसकी लाश 11 जून को मिली। उसके पड़ोसी बिमल और दो दोस्तों को हिरासत में लिया गया है। तीनों ने जुर्म कबूल कर लिया है।
11 जून को हुई एक रैली में पुलिस और विरोधियों में मुठभेड़ हुई और अट्ठारह लोग घायल हुए। मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी से जवाब मांग रहे लोगों में अब तक गुस्सा भरा है। 13 जून को जब राजधानी कोलकाता में कुछ महिला कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्वक तरीके से ममता बैनर्जी से मिलना चाहा तो पुलिस ने उन्हें लौट जाने को कहा जिसके बाद बारह कार्यकर्ताओं को बिना वजह जेल में बंद कर दिया गया। 13 जून की षाम को इन महिलाओं को जमानत पर छोड़ा गया। उन पर आरोप लगाया कि उनकी वजह से खतरे और असुरक्षा का माहौल बन गया था।
कब जागेगी सरकार?
राज्य सरकार ने लोगों को भरोसा दिलाया कि महिला हिंसा को गंभीरता से लिया जाएगा और बलात्कार और हत्या के सभी आरोपियों के लिए सरकार मौत की सज़ा की मांग करेगी। दूसरी ओर राष्ट्रीय आपराधिक रिकार्ड ब्यूरो की एक रिपोर्ट के अनुसार पश्चिम बंगाल देष में महिलाओं पर हो रही हिंसा के मामले में सबसे ऊपर है। पिछले साल तीस हज़ार से ज़्यादा ऐसे केस राज्य में दर्ज हुए थे।
एक और बलात्कार, एक और हत्या
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