जिला महोबा, 16 जनवरी 2017। महोबा के सदर से बहुजन समाजवादी पार्टी का टिकट विधानसभा चुनाव में अरिमर्दन सिंह उर्फ़ नाना को मिला हैं। 72 वर्षीय अरिमर्दन सिंह 1989 में राजनीति में पहली बार आए थे, उन्हें राजनीति में आने की प्रेरणा भी पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह से मिली थी, जिन्होंने उन्हें राजनीति में आने को कहा और उसके बाद उन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ा। छह बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके अरिमर्दन सिंह ने केवल 2 बार जीत तो 4 बार हार का सामना किया है। कृषक परिवार के अरिमर्दन सिंह जनता दल, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस से जुड़ते हुए अब पिछले 6 साल से बसपा के साथ राजनीति कर रहे हैं। हम यहां पर उनसे महोबा और चुनाव के बारे में उनसे बातचीत के कुछ अंश हैं-
सवाल – महोबा के विकास के बारे में आपकी क्या योजना है?
अरिमर्दन सिंह – हमारे संघर्ष के बाद ही महोबा को जिले का दर्जा मिला। मेरे विधायक बनने के बाद मुझे बहनजी से मंत्री पद नहीं चाहिए, बल्कि बुंदेलखंड की जनता के लिए पानी चाहिए। साथ ही अन्ना जानवरों की समस्या को भी दूर करना है।
सवाल – महोबा में पहाड़ों के खनन में लगे मजदूरों के बारे में आप क्या कहेंगे? क्योंकि यहां जिस स्तर तक खनन होना था, वह लगभग पूरा हो चुका है।
अरिमर्दन सिंह – हां, पहाड़ों में खनन का काम पूरा हो चुका ह। अब हम खनन करने वाले मजदूरों को बाहर रोजगार के लिए भेजेंगे।
सवाल- आप पर भी खनन से जुड़े कुछ विवाद हैं, उनके बारे में आप क्या कहेंगे?
अरिमर्दन सिंह – इस तरह के विवाद तो चलते ही रहते हैं।
सवाल – महोबा में रोजगार के बारे में आप अपनी कुछ योजनाएं बताएं?
अरिमर्दन सिंह – छोटे-मोटे उधोग धंधे चलवाने की कोशिश करुंगा और बाकी सब ईश्वर के हाथ है।
सवाल – आपको क्या लगता हैं कि बसपा अन्य पार्टियों से अलग है? आप क्यों बसपा से जुड़े?
अरिमर्दन सिंह – बसपा में गुण्डागर्दी नहीं है। पार्टी में अगर कोई भी बड़ा या छोटा नेता गलती करता है तो उसे सजा जरुर मिलती है। साथ ही पार्टी में सभी जातियों को समान रुप से अवसर मिलते हैं। पार्टी का तो नारा ही है, ‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय’। बाकी पार्टियों में तो आप देख ही रहे हैं कि बाप बेटे कैसे लड़ रहे हैं।
सवाल – अभी तक बसपा ने सिर्फ एक रैली ही की है। आपके चुनाव प्रचार की क्या रणनीति है?
अरिमर्दन सिंह – अभी तो उम्मीदवारों की सूची जारी हुई हैं, अब सूची जारी होने के बाद हम पूरी तरह से प्रचार के कामों में लग जाएंगे।
रिपोर्टर- सुनिता प्रजापति
13/01/2017 को प्रकाशित