जिला सीतामढ़ी, प्रखंड रीगा, चीनी मील। एई मील में ईख पेराए के बाद जे छाई निकलइ छई। ओइ से खाद बना के बेचल जाइ छई। जेकरा बायो कंपोस्ट खाद चाहे जैविक खाद कहई छई।
उहां के चैकिदार सुनिल सिंह नागेन्द्रे सिंह कहलथिन कि एइ छाई के रखवाली हम दसो साल से करइ छी। ऐइ के उपयोग लोग सब तीन चार तरह से करइ छथिन। जलावन, गोरहा पाथे में अउर खाद भी बनई छई। तइयो अगल बगल के गांव के लोग जलावन के लेल ले जाई छथिन। जब खाद बनई छई त बाहर भी जाई छई। गांव उसरौरियां के सत्यनारायण महतो, किरण देवी, पावर्ती देवी कहलथिन कि लगभग पांच साल से एई खाद के खेत में डालई छी। एई से खेत में हरियरी अवई छई। दोसर में बाकी खाद से सस्ता भी हई। मील के सुपरवाइजर उत्तम गौरव कहलथिन कि पहिले त मील से निकलला के बाद मंगनीए में किसान ले जाईत रहलथिन लेकिन 2004 से खाद बनई छई। जे गांव के किसान से लेकर बारह तक जाइ छइ। इहां सिलीगोरी चायबगान में भी खाद जाइ छथिन। एक बोरी में चालिस किलो खाद रहई छई जे अस्सी रुपईया में बिकई छई।
ईख के छाई से बनइ छई खाद
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