दलन का नहीं मड़इन के चरित्र का चुनाव होत हवै। हिंया के जनता सब जानत हवैं यहै कारन मैं कउनौ दल का सहारा नहीं लीनें आहूं अउर निर्दलीय पार्टी से चुनाव लड़े हौं। या कहत हवै चित्रकूट जिला, ब्लाक मानिकपुर के नगर निगम के चेयरमैन विनोद दिवेदी का। विनोद यहिके पहिले बसपा पार्टी से ब्लाक प्रमुख के पद मा भी काम कर चुके हवै।आओ जानित हवै विनोद से कि निर्दलीय चुनाव लड़े मा कउन सीख अउर चुनौतिन का सामना करे का पड़ा हवै।
चेयरमैन विनोद दिवेदी का कहब हवै कि छह दल चुनाव लड़त रहै पै मोहिका चुनाव लड़े मा कउनौ परेशानी नहीं भे आय। जबै ब्लाक प्रमुख के पद मा काम करत रहेहौं। तबै सड़क बनवा के एक गांव का दूसर गांव से जोड़े हौं। पुल, चेकडैम सब बनवायें हौं। यहै कारन मड़ई मोरे ऊपर विश्वास करत हवैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकार से स्थानीय सरकार अलग होत हवै अउर उनकर आपन अलग सरकार होत हवै। पद मा आवे के बाद दल से कउनौ मतलब नहीं रहत आय। मानिकपुर का पूर विकास कराइहौं जेहिसे मानिकपुर का नाम होय। मैं घोषणा पत्र नहीं बनाएं आहूं न झूठ वादा करै आहूं। पांच साल तक विकास के काम कराइहौं।
रिपोर्टर-सुनीता देवी और सहोद्रा
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Published on Dec 19, 2017