नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने इंदिरा और राजीव गांधी के नाम के डाक टिकट बंद करने का फैसला लिया है।
इंदिरा गांधी राजभाषा पुरस्कार और राजीव गांधी राष्ट्रीय ज्ञान विज्ञान मौलिक पुस्तक लेखन पुरस्कार के नाम भी बदले जाएंगे। कांग्रेस ने इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि केंद्र सरकार भारत की विरासत को ही बदलना चाहती है। देश के लिए बलिदान हुए लोगों के नाम बदलना चाहती है। भाजपा का कहना है कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है। समय समय पर डाक टिकटों में नाम जुड़ने और घटने का काम किया जाता है। लेकिन कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र सरकार के इस कदम को बदले की राजनीति कहा है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने इसका जवाब देते हुए कहा कि पांच रुपए के डाक टिकटों में अभी तक पांच मशहूर लोगों के नाम ही थे हमने यह सूची बढ़ाकर पच्चीस लोगों की कर दी है। अब नई सूची में जयप्रकाश नारायण, राममनोहर लोहिया, श्यमा प्रसाद मुखर्जी, दीनदयाल उपाध्याय, सरदार वल्लभ भाई पटेल, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, शिवाजी, मौलाना आजाद, भगत सिंह, जयप्रकाश नारायण, राममनोहर लोहिया, विवेकानंद और महाराणा प्रताप जैसी प्रसिद्ध हस्तियों के नाम जोड़े गए हैं।
इंदिरा-राजीव के नाम के डाक टिकट बंद
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