जिला चित्रकूट, ब्लाक पहाड़ी, कस्बा पहाड़ी, दलित बस्ती। हिंया के केशरिया के उमर साठ बरस से ज्यादा हवै। रोज के मेहनत मजूरी कइके खात हवै। आज तक वहिका कालोनी नहीं मिली आय। यहै से वा कइयो दरकी प्रधान बद्री से कालोनी के मंाग करिस हवै।
केशरिया बताइस कि गरीब मड़ई हौं। रोज के मेहनत मजूरी कइके आपन पेट पालत हौं। कालोनी मिल जात तौ नींक रहत। हम दूनौ जन के रहंै का होइ जात।
प्रधान बद्री का कहब हवै कि सरकार कोलानी वहै गांव मा ज्यादा देत हवै जउन लोहिया मा आवत हवैं। सात मड़इन का पहाड़ी मा कालोनी दीन गे हवै। केशरिया का भी कालोनी दइ दीन जई।
जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, गांव बगदरी अउर किहुनिया। हिंया के शिला, बगदरी गांव के लगभग पचास मेहरिया मिल के 23 जुलाई 2014 का सांसद भैरौं प्रसाद मिश्र का दरखास दिहिन हवै अउर कालोनी के मांग करिन हवैं।
हिंया के बंसती रंची लगभग पचास मड़इन कहिन हम कोल जाति के मड़ई हवैं झोपड़ी बना के रहत हन। सरकार हमरे खातिर कुछौ ध्यान नहीं देत आय। हम रोज के कमाये खाये वाले आहिन। यहिसे कालोनी मिल जाये तौ रहैं का सहारा होइ जात। काहे से हम बहुतै गरीब मड़ई हवैं।
सांसद भैरांै प्रसाद का कहब हवै कि जउन मड़इन का नाम 2002 की सूची मा होइ वही का कालोनी मिली। जउन मड़ई कालोनी के मांग करत हवै तौ पहिले पात्र होय के जांच कीन जई। अगर पात्र होइ तौ कालोनी मिल जई।
आसरा कीने उमर बीत गे
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