जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, कस्बा चरखारी, मोहल्ला अमरगंज। ई कस्बा खा राजन को गढ़ मानो जात हे। फिर भी आदमी परिवार को सर ढके खा एते ओते भटकत हे।
नसरत बताउत हे की मोई उमर सत्तर साल हे, पे अब पांवन से विकलांग हों। जीसे ज्यादा मेहनत मजदूरी भी नई कर सकत हे। परिवार मे भी कोनऊ नईयां। मे दिवाल से छप्पर उतारे हों ओर ओई मे टीन छा लओ हे। जीसे आपन गुजर बसर करत हों।
परमाई रैकवार बताउत हे की मोये पास तो राशनकार्ड भी नईयां। मोये लड़का बहू बाहर मजदूरी करत हे। अभे तक मोये कोनऊं भी सरकारी योजना को लाभ नई मिलो हे।
जमील बताउत हे की मोये कच्चा मकान हे। एक कमरा में गुजारा करत हों। मोहल्ला के आदमियन से मगां के खात हो। हमने केऊ दइयां नगर पालिका मे जाके कहो हे की हमाये कमरा बना देय, पे कोनऊ सुनवाई नई होत।
चरखारी नगर पालिका परिषद के बाबू नरेन्द्र बताउत हे की एक साल पेहले नौ सौ नब्बे आवास आये हते। जीमें से छह सौ सत्तर बन गये हे। बाकी लौटा दये हे काय से आपसी विवाद कोंय के कारन आदमी मुकदमा लगा देत हे। जीसे नई बन पाये हते। ई लोगन के बारे मे कोनऊ भी जवाब नई दओ।