देश मे बलात्कार के मामला घटै को नाम नई लेत हे। बलात्कार के मामला दिन पे दिन बढ़त जात हे,पे सरकार जा मामला कम करै खें दूसर उपाय कछू नईं सोचत आय। 1 जनवरी से 15 अप्रैल 2013 तक में बांदा जिला में बलात्कार के दस मामला आये हें। तीन महीना के भीतर सबसे ज्यादा कम उमर की बिटियन खें साथे बलात्कार भए हें। अगर शासन-प्रशासन जल्दी ई मामला में सजा दें को फैसला करन लगे तो शायद जा मामला कछू थम सकत हे। पे प्रशासन भी ई मामला खे रोके मे नाकाम साबित होत काय देखात हे ? अगर सरकार प्रशासन के ऊपर कड़ी नजर राखे तो शायद जनता खे कछू राहत मिले। जनता इं मामला खतम करें खें सरकार से जवाब चाहत हे। गांव के जनता तो नियाव खे भटकत रहत हे। एई से सब जनता के मुंह से सुने खा मिलत हे कि कहां हे पुलिस ओर अदालत ? कहां हे सरकार ओर कानून ?जित्ते कानून बनत हे उत्ते ही मामला काय बढ़त हे ? काय से हाल मे ही बनो वर्मा जस्टिस कानून खो एक उदाहरण हे।
जिला बांदा, बबेरू ब्लाक कांग्रेस पार्टी के महिला अध्यक्ष पुष्पा ? ने कहो हे कि बलात्कार के मामला बढ़त जात हे। केन्द्र सरकार ओर राज्य सरकार कछू नई करत आय। अभे ओरतन खे घर मे भी जेल मे जेसे रहे खा परत हे। बलात्कार जेसे मामला मे जभे बांदा जिला के एस.पी. उदय शंकर जायसवाल से बात करी तो ऊने बड़े आराम से जवाब दओ कहो कि घटना होत रेहे ओर हम कारवाही करत रेहे।
आय दिन होत बलात्कार के मामला
पिछला लेख