प्रधानी के चार चरण में होंय वाले चुनाव 28 नवम्बर से शुरू हो गये हे। जीमें से पुलिस प्रशासन की लापरवाही के कारन आज भी गांव में खुले आम आचार संहिता को उल्लंगन करो जात हे। दिवारन ने चार-चार पोस्टर लगे हे। पोस्टर के कारन दिवाल भी नई नजर आउत हे। गांवन प्रधान प्रत्यासी वोटो के लालच के लाने कहूं दारू, मांस मंदिरा तो कहू साड़ी ओर कम्बल बांटे जात हे। जीसे चुनाव होंय के पेहले ही दो आदमियन की मोत हो गई हे।
ताजा उदाहरण- ब्लाक कबरई, गांव सिजरिया में 19 नवम्बर खा शराब पिये के कारन 22 साल के ओमप्रकाश की मोत हो गई हे। बताओ जात हे की वोट डारे से मना कर दओ हतो जीसे ज्यादा शराब पिला दई हती। दूसर गहरा गांव में प्रचार के समय बांटी गई शराब के कारन 30 साल के सुनील ने ज्यादा शराब पी लई हती। जीसे ऊखी मोत हो गई हे। गुगौरा गांव में खुले आम साड़ी, मिठाई मुर्गा ओर शराब बांटी जात हे।
एक केती पुलिस प्रसाशन ओर निर्वाचन आयोग दावा करत हे की बिना कोनऊ लड़ाई झगड़ा के शान्ति पूर्वक वोट डरवाये जेहे। पे चुनाव होंय के पहले ही इत्ते केस गये हे तो अगांऊ का हो हे। पुलिस के नाक तरे चुनाव पचार प्रसार होत हे पे पुलिस प्रसासन कछू नईं करत हे। जभे पुलिस प्रसाशन खा ध्यान नई देने हे काय आय दिन मीटिंग कर बड़े बड़े दवा करे जात हे।
आचार संहिता को खुले आम होत उल्लंघन
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