गर्मी अउर आगी मड़इन का हाल बेहाल कइ दिहिस हवै। इं दुइ महीना मा आगी पचास गांवन के मड़इन का घर से बेघर कइ दिहिस हवै। या कारन लाखन मड़ई इनतान के गर्मी अउर धूप मा आपन बच्चन का लइके बइठे रहत हवंै।
सरकार कइती से जांच भे हवै तौ लिस्ट मा कउनौ का नाम चढ़ावा गा तौ कउनौ का नाम नहीं चढ़ा। यहै से कुछौ लोगन का मुआवजा भी नहीं मिला हवै। यहिकर उदाहरण जिला चित्रकूट, ब्लाक पहाड़ी, गांव गौहानी कला अउर नोनार गांव का हवै। इं गांवन समेत लगभग पचास गंाव मा आगी लागै से मड़ई घर से बेघर होइगा हवै।
गौहानी कला गांव मा 7 जून 2014 का भयंकर आगी लाग। आगी छियालिस घरन का लील लिहिस। मड़ई जउन कपड़ा तन मा पहिने रहै वा बस बचा बांकी का सबै सामान जलगा। एक दरकी तौ मड़इन का गृहस्थी बनावै मा मुश्किल परत हवै। मड़ई कउनतान गृहस्थी बनावत हवैं वा वहै जानत हवै।
सरकार मदद भी करत हवै तौ इनतान जइसे ऊंट के मुंह मा जीरा। का बीस हजार तीन सौ रुपिया मा घर बन जई। अब सवाल या उठत हवै कि सरकार के दीनगे चेक मा लोगन का घर बन के तैयार होइ जई। या बात खातिर सरकार का सोचैं के जरुरत हवै। तबहिने या समस्या खतम होइ सकत हवै। सरकार येत्ता कम चेक देइ के मड़इन के आंसू काहे पोछे चाहत हवै। या बात का ध्यान देब जरूरी हवै।
आगी मचाइस तबाही
पिछला लेख