पत्थर अउर लोहा के सामान खातिर या मेला मशहूर हवै। जिला चित्रकूट के पहाड़ी गांव मा पालेश्वर नाथ मेला लागत हवै। या मेला माघ से फागुन तक चलत हवै। रंग- बिरंगे मेला मा खेल, झूला अउर खरीददारी का आपन अलग मजा हवै।
मेला कमेटी के सदस्य सुशील कुमार सिंह का कहब हवै कि हिंया के मड़ई साल भर या मेला का इंतजार करत हवै कि जबै पहाड़ी का मेला लागी तौ पत्थर अउर लोहे का सामान खरीदबै। मड़ई हिंया चकरी, सिलौटी अउर कड़ाही खरीदे आवत हवै। मेला मा जउन रुपिया इकठ्ठा होत हवै, वा रुपिया पालेश्वर नाथ मेला सेवा समिति मा जमा होत हवै।
कानपुर के दुकानदार फैजान का कहब हवै कि हम दस साल से या मेला मा आपन चप्पल के दुकान लगावै अइत हवै। लगभग एक लाख रुपिया का माल लाइत हवै अउर अच्छी बिक्री होत हवै। सिराथू के दुकानदार रहमतल निशा का कहब हवै कि हम हिंया हर साल अइत हवै, पालेश्वर नाथ के नाम से हिंया मेला लागत हवै। भरवारी गांव के रामबहादुर का कहब हवै कि अब हिंया पहिले से ज्यादा नींक मेला लागत हवै। मैं तीन- चार साल से हिंया मेला करे आवत हौं।
रिपोर्टर- मीरा जाटव और सहोद्रा
Published on Feb 6, 2018