जिला सीतामढ़ी और शिवहर। दोनों जिलों में कई आंगनवाड़ी केन्द्रों सहायिका नहीं हैं। बिना सहायिका के ही जैसे तैसे केन्द्रों को चलाया जा रहा है। इसका केन्द्रों के लिए लागू समय सारणी पर भी प्रभाव पड़ रहा है।
जिला सीतामढ़ी, रीगा प्रखण्ड, भवदेपुर गांव। यहां के केन्द्र संख्या 64 में छह साल से सहायिका नहीं है। सेविका रीता देवी का कहना है कि सुबह नौ बजे से केन्द्र चलता है। किसी काम से यदि प्रखण्ड जाना हो तो समिति के सदस्यों को पूरी जि़म्मेवारी देनी पड़ती है।
जिला शिवहर, तरियानी प्रखण्ड के वैद्यनाथपुर गांव वार्ड नम्बर ग्यारह में केन्द्र संख्या 106 और 503 की सेविका आषा कुमारी ने बताया कि सहायिका नहीं रहने से काफी परेषानी होती है। किसी मीटिंग में जाते हैं तो केन्द्र की सारी जिम्मेवारी फुलकुमारी देवी संभालती हैं। फूलकुमारी देवी का कहना है कि यहां सात साल से केन्द्र चल रहा है और वे ही सहायिका का सारा काम करती आ रही हैं। लेकिन उन्हें कोई मानदेय या कुछ रुपया नहीं मिल रहा है। गांव के मुखिया उपेन्द्र साह ने बताया कि इस पंचायत में पांच केन्द्र पर सहायिका नहीं हैं।
बाल विकास परियोजना के जिला अधिकारी षिवगत अब्दुल्ला का कहना है कि सहायिका की बहाली की प्रक्रिया जारी है।
आंगनवाड़ी केन्द्रों में सहायिकाओं की कमी
पिछला लेख