असम में बाढ़ से हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार असम के कुल 24 जिले बाढ़ से घिरे हुए हैं। नदियों में आई बाढ़ से ढाई हजार गांव डूब गए हैं। बाढ़ से एक लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं।
बाढ़ से 17। 18 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से मरने वालों की संख्या 85 हो चुकी है। ब्रह्मपुत्र सहित राज्य की 10 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
राज्य में कुल 300 राहत शिविर खोले गए हैं। इन शिविरों में 31 हजार से ज्यादा लोगों को रखा गया है। काजीरंगा नेशनल पार्क का 80 फीसदी हिस्सा जलमग्न हो गया है जिससे 25 वन्य जीवों की मौत हो गई है।
बाढ़ से प्रभावित लोगों में ज्यादातर ग्रामीण इलाकों के हैं। करीब ढाई हजार गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है। राज्य सरकार ने प्रभावित इलाकों में लोगों की मदद की योजना बनाई है। प्रभावित लोगों तक मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है और बेघर हुए लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहै है।
राज्य के लखीमपुर, गोलाघाट, जोरहट, काचर, धीमाजी, बिस्वनाथ, करीमगंज, शोणितपुर, दरांग, होजई, मजुली, बारपेटा व नागौन जिलों के हजारों गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से राज्य में एक लाख हेक्टेयर क्षेत्र में लगी फसलें प्रभावित हुई हैं।