नई दिल्ली और न्यू यार्क, अमेरिका। अमेरिका के न्यू यार्क शहर में सरकारी नौकरी कर रही देव्यानी खोबरागड़े को 11 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया। इस मामले को लेकर भारत और अमेरिका के रिश्तों में तनाव बढ़ता जा रहा है।
देव्यानी पर आरोप है कि उन्होंने जाली कागज़ात जमा कर घर में काम करने वाली एक औरत को अमेरिका में काम करवाने की अनुमति ली थी। अमेरिका के नियमों के अनुसार न्यूनतम वेतन को लेकर सख्त नियम हैं। देव्यानी पर आरोप है कि न सिर्फ उन्होंने संगीता नाम की इस औरत से कम पैसों में ज़्यादा काम करवाया पर साथ ही अमेरिकी सरकार से झूठ बोलकर उसे काम पर रखे रहा।
भारतीय सरकार ने देव्यानी का समर्थन किया और कहा कि अमेरिका को एक सरकारी अफसर के साथ इतने सख्त कदम उठाने की ज़रूरत नहीं थी। केंद्र सरकार ने अमेरिका से मामले में माफी मांगने को कहा पर अमेरिकी सरकार ने साफ मना कर दिया। जवाब में, भारतीय सरकार ने देश में काम कर रहे कई अमेरिकी अधिकारियों के पहचान पत्र खारिज कर दिए हैं।
खुद भारत में कई मानवाधिकार संगठनों और कार्यकर्ताओं का मानना है कि घर में काम करने वालों के अधिकारों को हमारे देश में गंभीरता से नहीं लिया जाता है और देव्यानी खोबरागड़े के खिलाफ जांच होनी चाहिए।