जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, कस्बा खरेला। ई कस्बा में जुलाई 2013 से सैकड़न जानवर बिना डेर के घूमत हें। जोन रात में किसानन की फसल बरबाद करत हें।
सतेन्द्र, रूपसिंह ओर शिवराम पाल ने बताओ कि जुलाई 2013 से छूटे जे अन्ना जानवरन से हम लोग बोहतई परेशान हें। काये से एते गौशाला नइयां। जोन पशु बाड़ा बनो हे ऊमें जानवर नई बंेड़त आय।
जय सिंह बताउत हे कि ई जानवरन खा आदमी गांवन से लेके आउत हे, ओर एते छोड़ जात हे। जोन हम गरीब किसानन की फसल बरबाद कर देत हें। हम दिन में तो आपन खेत रखाये रहत हें, पे रात में सूनो पाके खेत में घुस जात हें। एते लगभग चार सौ बीघा जमीन में आदमी खेती करत हे, पे ई साल अन्ना जानवरन के कारन किसान भुखमरी की कगार में आ जेहे। जभे कि अन्ना जानवरन के बंद करे खे लाने पशु बाड़ा बनो हे, पे नगर पंचायत कोनऊ ध्यान नई देत आय।
नगर पंचायत के बाबू सत्यप्रकाश खरे बताउत हें कि पशुबाड़े की जिम्मेदारी हमने ठेकेदार अनिल सिंह खा दे दई हे।
ठेकेदार अनिल सिंह ने बताओ कि अगस्त 2013 में मेने तीस जानवर बन्द करे हते। तभई सपा नेता इदरीस खां ने ताला टोर खे जानवर भगा दये हते। थाने में नामजद एफ,आई.आर. करे के बाद कोनऊ कारवाही नई भई। तभे से न में ओते रहत हों, ओर न जानवर बेड़त हों।
अन्ना जानवरन को कहर
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