जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड रीगा, गांव रीगा, इमली बाजार। उहां वार्ड नम्बर तीन में चार घर मलीक हई। उ सब बीसो साल से दोसरा के जमीन में बसई छथिन। लेकिन उनका अनुदान में जमीन अभी ले न मिलल हई।
उहां के पुकारी देवी, जय मलीक भिखारी मलिक, गीता देवी सब कहलथिन कि इहां आगे हमर ससुर बसलथिन। उ अपने त लगभग बारह साल पहिले मर गेलथिन। अब चार भाई के भइयारी हई, सबके बाल बच्चा हई। उ सब बढ़तई त अउर संख्या बढ़तई। जहां घर हई उ जमीनवाला खाली करे के लेल कहई छथिन। हम सब बेना, सुपली, बनवई छी। ओही से परिवार चलवई ले। हमर सब के रोजी रोटी बांस के काम से ही चलई छई। ओतना रूपईया कहां से होतई कि अपने से जमीन खरीदब सरकार गरीब के दान में जमीन देई छथिन। उहो मिल जाईत त हमरा सब के बसेला सुविधा हो जाईत।
मुखिया उषा शर्मा के पति सुनिल शर्मा कहलथिन कि सरकार तीन डीसमिल जमीन गरीब के बसे ला अनुदान मे देई छथिन। लेकिन एई पंचायत में एको गो लोग के न मिललई। जे बस जाई छई ओकरा थोरही हटायल जाई छई। आंचल अधिकारी (सी.ओ.) अरूण कुमार कहलथिन कि अनुदान के लेल जमिन न हई जई कारण उनका सबके न देल जा रहल हई। जे रास्ता पर बस जतई उनकर बन्दोबस्ती न हो सकई छई।