जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, गांव डोड़ामाफी, मजरा बड़ा कोलान। हिंया 2012 से बनत प्राथमिक स्कूल अबै तक अधूरा हवै। स्कूल के एक सौ चालिस बच्चा पेड़न के तरे बइठ के पढ़ै का मजबूर हवैं।
20 मार्च का खबर लहरिया पत्रकार बड़ा कोलान पहंुची तौ बच्चन का स्कूल का मास्टर अशीम रजा पेड़न तरे पढा़वत रहै। पता चला कि पांच साल से बिना बिल्डिंग के स्कूल चलत हवै। अशीम रजा बताइन कि स्कूल के बिल्डिंग 2012 से बनत हवै, पै काम अबै भी पूर नहीं भा हवै। बच्चन का पेड़न तरै पढ़ावब उनके मजबूरी हवै।
सुमित कक्षा दुई, कल्पना कक्षा चार अउर मनसीता कक्षा पांच मा पढ़त है। उनकर कहब हवै कि खुले मैदान मा बइठैं से आंखिन मा धूल उड़ के परत हवै। स्कूल न होय के कारन बरसात मा कापी किताबैं अउर ड्रेस भीग जात हवंै। बच्चन के महतारी बाप सुंदर अउर आशा का कहब हवै कि बरसात मा स्कूल नहीं चलैं।
स्कूल के बिल्डिंग बनवावै के जिम्मेदार शैलेन्द्र पटेल का कहब हवै कि वा स्कूल का बजट 2002 मा लगभग छह लाख दुइ हजार रुपिया पास भा रहै। 2012 से काम लगवाये हौं तौ चार दरकी डाकुअन के कारन काम बंद करवा दीन गा। डाकूअन का पच्चीस प्रतिशत रुपिया न दें मा आधी बिल्डिंग गिरवा दिहिन। स्कूल पूर न होय के कारन बेसिक शिक्षा अधिकारी नवम्बर 2014 मा मोहिका सस्पेंड कइ दिहिन रहंै। अब फेर से काम लगवाये हौं। 31 मार्च तक स्कूल बन के पूर होइ जई।
बेसिक शिक्षा अधिकारी वीरेन्द्र कुमार कहिन कि उनका या मामला के बारे मा पता नहीं आय। पूरे जिला के जानकारी नहीं रख सकत आहूं।
अधूरा स्कूल, पेड़ तरे पढ़त बच्चा
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