जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, गांव ब्यूर । हिंया कुसमा देवी, रनिया, नन्ही, गोलिनिया का कहब हवै कि हम गरीब मड़ई हवै। गरीबन का कालोनी नहीं दीन जात आय। सरकार हर बरस नई योजना बनावत हवै, पै गरीबन का लाभ नहीं मिलत आय। रनिया, नन्ही का कहब हवै कि हम झोपड़ी बना के रहित हन, पै आज तक कालोनी नहीं मिली आय। या से बरसात के महीना मा बहुतै परेशानी झेले का परत हवै। गरीब मड़ई पेट का करी कि घर बनवाई। प्रधान जगमोहन कालोनी दें का भरोसा देत हवै, पै आजौ तक कालोनी नहीं मिली आय। प्रधान जगमोहन का कहब हवै कि तीन महीना पहिले लोहिया आवास के अट्ठारह लोगन का नाम दीन हवै तौ अट्ठारह लोगन मा एक कालोनी पास भे तौ वहिका भी लउटा दीने हांै। काहे से सरकार इनतान के गरीबन का न देइ तौ सरकार केहिका देइ। जउन मड़इन का बी.पी.एल. सूची मा नाम नहीं आय। अउर वहिके घर नहीं आय। गरीब मड़ई हवै। वहिका नाम सूची मा हवै तबै भी सरकार कालोनी नहीं दिहिस आय।
अट्ठारह लोगन मा आई एक जन का कालोनी
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