जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड सोनबरसा के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में 19 जुलाई 2013 के बारह बजे रात में अनिता के प्रसव भेलई। लेकिन उनकर प्रसव खुलल आसमान के नीचे गंदा जगह में भेलई। उनकर घर चाँदनी चौक के वार्ड नम्बर तेरह में हई।
उनकर भाई अरूण राउत कहलथिन कि अगर अस्पताल में ही असुरक्षित प्रसव होतई त ऐई से अच्छा घर। आशा सिंहासन देवी कहलथिन कि अइसन स्थिति हर बार रहई छई। जनरेटर के सुविघा कोन काम के जब जनरेटर में तले न रहे। जबकि चैबीसो घंटा बिजली अउर जनरेटर के सुविधा देवे के हई। लेकिन छौ घंटा दिन अउर तीन घंटा रात में ही जनरेटर चलई छई। एही कारण केतना प्रसव अंधेरा में ही होई छई। ऐही लेखा अंधेरा के कारण पेन्सन्ट के हिम्मत न होलई कि उ रूम में जाउ। अई से बहरे में मिट्टी अउर गंदगी में ही बच्ची के जन्म भेलई। एएनएम संगीता कुमारी टर्च अउर मोबाईल के रोशनी में प्रसव करवलथिन। अगर ओई समय कोई बिमारी हो जइतियई त एकर जिम्मदार कोन होइतियई?
स्वास्थ्य प्रभारी डॉक्टर रामप्रवेश कहलथिन कि बिजली न रहला पर जनरेटर के हर हाल में चलावे के हई। चैबीसो घंटा बिजली उपल्बध रहे के हई। राज्य से एक महिना में घंटा के हिसाब से टेन्डर के रूपईया मिलई छई। अगर कम देर ही जनरेटर चललई तब रूपईया काट के देल जतई, अब बिजली के शिकायत न होतई।
अंधेरा में भेल प्रसव
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