उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपनी सरकार के तीन साल पूरे होने पर अपनी उपलब्धियों को गिनाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चुनौतियों और संभावनाओं के बीच संकल्पों और सिद्धांतों की नाव से यात्रा करते हुए उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार ने तीन साल पूरे कर लिए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए यूपी सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश की धारणा को विकास, विश्वास और सुशासन में बदलने में हमें सफलता मिली इसके पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा है। योगी आदित्यनाथ ने ये भी कहा कि प्रदेश में लोकतांत्रिक मूल्यों और आदर्शों पर आम जन का विश्वास समाप्त हो रहा था, उसे बहाल करते हुए उसे सुशासन की तरफ ले जाने में सफलता मिली है।
गौरतलब है कि मार्च 19, 2017 को योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की कमान संभाली थी। योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गए हैं, जिन्होंने तीन साल कार्यकाल पूरा किया है। आदित्यनाथ से पहले भाजपा के कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह और राम प्रकाश गुप्ता भी यूपी के सीएम रह चुके हैं। आपको बता दें कि भाजपा के कल्याण सिंह दो बार, राम प्रकाश गुप्ता और राजनाथ सिंह एक-एक बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में काम कर चुके हैं। कल्याण सिंह पहली बार जून 1991 में प्रदेश के सीएम बने थे और 6 दिसंबर 1992 तक वे इस पद पर रहे। दूसरी बार वह 21 सितंबर 1997 से नवंबर 1999 तक के लिए सीएम बने। इनके अलावा, राम प्रकाश गुप्ता नवंबर 1999 से अक्टूबर 2000 तक यूपी के सीएम रहे। वहीं, राजनाथ सिंह कार्यकाल अक्टूबर 2000 से शुरू होकर मार्च 2002 तक चला।
यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार के तीन साल तो पूरे हो गए लेकिन जिस उत्तर प्रदेश की जनता को बड़े- -बड़े वादे और सपने दिखाकर भाजपा सत्ता में आई थी वह अभी भी अधूरे हैं। किसानों, शिक्षकों व महिलाओं को लेकर 2017 में जो वादे किए थे वो अधूरे ही दिख रहे हैं। सरकार ने इनके लिए अधिकतर इनीशिएटिव की प्रतीकात्मक शुरुआत करके पीछा छुड़ा लिया।
शुरुआत करते हैं महिलाओं के साथ आपराधिक घटनाओं से। महिलाओं के लिए भाजपा का नारा सशक्त नारी समान अधिकार भी पूरी तरह कागजी साबित हुआ महिला अपराधों पर कई मौकों पर सरकार कोई कार्यवाही करने के बजाय बलात्कारियों के साथ खड़ी दिखाई दी, यहां तक महिला अपराधों के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने कई बार बीजेपी सरकार को फटकार लगाई। उन्नाव रेप केस और शाहजहांपुर की घटना ने पूरे उत्तर प्रदेश को झकजोर दिया और उत्तम प्रदेश बनाने का दावा करने वाली बीजेपी सरकार नाकाम साबित हुई अपराध रोकने और अपराधियों में डर महसूस कराने में असफल रही, तीन साल पूरे होने के बावजूद तीन नई महिला बटालियन – अवंती बाई बटालियन, झलकारी बाई बटालियन और ऊदा देवी बटालियन वादा संकल्प पत्र में ही गुम हो गया।
बुधवार यानी 18 मार्च को आयोजित पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चुनौतियों और संभावनाओं के महासमर में संकल्पों और सिद्धांतों की नाव से यात्रा करते हुए आज उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार ने तीन वर्ष पूरे कर लिए हैं। सीएम योगी ने कहा कि हमने राज्य में कानून व्यवस्था बहाल की है, विकास कार्यों की गति को बढ़ाया और लोकतांत्रिक मूल्यों में आम लोगों के विश्वास को मजबूत किया है।
लेकिन अगर जमीनी हकीकत पर नज़र डालें तो सच्चाई कुछ और ही निकलकर आती है। एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) के आंकड़ें बताते हैं कि भाजपा सरकार बनने के बाद उत्तर प्रदेश में 43% हत्या, डकैती और सुपारी किलिंग औऱ महिला अपराधों के मामलों में वृद्धि हुई है। हाल ही में रायबरेली में एक परिवार की नृशंस हत्या, मथुरा में डकैती , गोरखपुर में परिवार को जिंदा जलाने और इलाहाबाद में परिवार की सामूहिक हत्या सहित तमाम घटनाओं से उत्तर प्रदेश में फैलते जंगलराज का नजारा पूरे देश ने देखा है।
अपने तीन साल के कार्यकाल पूरा होने पर सीएम योगी ने कहा कि 75 जिलों में बिजली की आपूर्ति होगी, 1.67 लाख गांवों में बिजली पहुंच चुकी है। 1 करोड़ 24 लाख से अधिक लोगों को फ्री बिजली का कनेक्शन देने का कार्य किया गया है। लेकिन आज भी दूर दराज के गाँव अंधेरे में पड़े हुए हैं। लोगों के घर में बिजली कनेक्शन तो आ गए हैं लेकिन लोग लाइट से कोसों दूर हैं।
सीएम योगी के तीन साल के कार्यकाल तो खत्म हो गए हैं। देखते हैं,आने वाले दो साल में सीएम योगी जनता से किए कितने वादों पर कितना खरा उतर पाते हैं।