योगी आदित्यनाथ के एक भाषण में उन्होंने साफ़ तौर पर बता दिया है कि ‘राम मंदिर का निर्माण “उसी स्थान पर” किया जाएगा। और इस बारे में कोई गलत फ़हमी नहीं होनी चाहिए क्योंकि मंदिर का निर्माण उसी जगह ही होना चाहिए जहाँ भगवान राम का जन्म हुआ’।
बताया जा रहा है कि बिहार के पूर्णिया में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, उन्होंने अपनी सरकार के शहर का नाम बदलने वाले व्याख्या का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान राम के जन्मस्थान पर आने वाले तीर्थयात्री अब फैजाबाद नहीं, अयोध्या जिले का दौरा करेंगे और जो लोग कुम्भ समारोह में भाग लेंगे, वे भी प्रयागराज आयेंगे नाकि इलाहाबाद।
ऐसा योगी आदित्यनाथ ने पूर्णिया, अररिया, कटिहार और किशनगंज के चार लोकसभा क्षेत्रों से निकाले गए शाक्ति केंद्र प्रभारी की बैठक के दौरान बताया है।
योगी आदित्यनाथ के बोल कुछ इस तरह थे, “आने वाले समय में यूपी में बहुत कुछ होने जा रहा है। चिंता न करें। हमने स्पष्ट कर दिया है कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का मंदिर उसी जगह पर बनाया जाएगा। इसमें कोई भ्रम न हो।”
बिहार को सीता माता का जन्म स्थान बताते हुए, योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल पर भारी पड़ते हुए ये भी कहा कि लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाली पार्टी का योगदान बिहारी नाम के लिए काफी शर्म की बात है।
अपने शासन की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि, उनके शःसन में अपराधियों और आतंकवादियों ने उत्तर प्रदेश में पैर रखने की जुर्रत तक नहीं की, जिस कारण ही कुंभ काफी शांतिपूर्ण तरीके से चलाया जा रहा है।
उन्होंने बिहार के लोगों से कुंभ का दौरा करने और यूपी में आए बदलाव की सराहना करने को भी कहा। “लंबे समय तक, लोगों को गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती के संगम के साथ संघर्ष करना पड़ता था, लेकिन अब लगभग पांच शताब्दियों के लिए तीर्थयात्रियों के लिए सरस्वती कूप को खोल दिया गया है।”
उनके अनुसार मोदी सरकार ने अपने शासन में काफी उपलब्धियां हासिल की हैं, जिनके बारे में हम लोगों से भी सुन सकते हैं कि कैसे उन्होंने समाज में मौजूद सभी वर्गों का ध्यान रखते हुए काम किया है। और इसका उदाहरण हम हाल ही में पेश किये गये बजट के ज़रिये भी देख सकते हैं।