विश्व हिंदी दिवस मनाने के पीछे के इतिहास की बात करें तो 10 जनवरी, 1975 को नागपुर में सबसे पहला विश्व हिंदी दिवस मनाया गया था। इस दौरान 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे।
निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल
बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल। ।
– भारतेन्दु हरिश्चंद्र
हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। आज ही के दिन1949 को संयूक्त राष्ट्र महासभा में पहली बार हिंदी बोली गई थी। अगर विश्व हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत के बारे में बात की जाए तो इसकी पहल पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने 10 जनवरी 2006 को की थी।
बता दें, राष्ट्रीय हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है।
विश्व हिंदी दिवस मानाने के पीछे यह भी कारण है कि हम हिंदी भाषा को बढ़ावा दें ताकि लोग अपनी ही भाषा को बोलने में कोई झिझक या शर्म महसूस न करें। हिंदी हमारी पहचान है और यह हमें लोगों से जोड़ने का काम करती है।
विश्व हिंदी दिवस 2024 की थीम
इस साल विश्व हिंदी दिवस 2024 की थीम है- ‘हिंदी पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम बुध्दिमत्ता को जोड़ना।’
विश्व हिंदी दिवस का इतिहास
विश्व हिंदी दिवस मनाने के पीछे के इतिहास की बात करें तो 10 जनवरी, 1975 को नागपुर में सबसे पहला विश्व हिंदी दिवस मनाया गया था। इस दौरान 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे।
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