खबर लहरिया Blog वाराणसी: बाल संरक्षण मुद्दों पर आयोजित की गई कार्यशाला

वाराणसी: बाल संरक्षण मुद्दों पर आयोजित की गई कार्यशाला

Workshop organized on child protection issues

जिला वाराणसी में 25 फरवरी 2021 को विकास भवन में जिला बाल संरक्षण समिति की ओर से बाल अधिकार व बाल संरक्षण के मुद्दों पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य जया सिंह सहित कई अन्य आला अधिकारी वहाँ मौजूद रहे। जया सिंह ने बताया कि बालश्रम और मानव तस्करी मुक्त गाँव बनाने के लिए एक्शन एड लोगों को जागरूक करेगा।

बाल अधिकार और बाल संरक्षण को मद्देनज़र रखकर बनाई गई है योजना-

बताते चलें कि बाल संरक्षण समिति बाल संरक्षण योजना के उद्देश्यों को पूर्ण करने के लिए काम करती है। इस योजना के तहत सभी बच्चों के लिए विशेष रूप से कठिन परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों के समग्र कल्याण एंव पुर्नवास के लिए देश में चल रही बाल संरक्षण की अन्य योजनाओं को केन्द्रीय रूप से सम्मिलित किया जायेगा। यह योजना बच्चों के बाल अधिकार, संरक्षण ओैर सर्वोत्तम बाल हित के दिशानिर्देशकों के सिद्धांतों पर आधारित है।

इस कार्यशाला में बाल संरक्षण इकाई, मानव तस्करी विरोधी यूनिट, बाल कल्याण समिति, शिक्षा विभाग, चाइल्ड लाइन, महिला कल्याण समेत कई विभिन्न स्वैच्छिक संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा बाल अधिकार जैसे मुद्दों पर बात की गई।

बाल संरक्षण के मुद्दों पर कार्य करने के लिए दिया जायेगा ज़ोर-

Workshop organized on child protection issues

मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुल्गी और जया सिंह का कहना है कि अब से ज़िले के अधिकारियों और जिला बाल संरक्षण समिति की ओर से बाल अधिकार व बाल संरक्षण के मुद्दों पर कार्य करने पर ज़ोर दिया जायेगा। कार्यशाला का संचालन करते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने कार्यशाला में मौजूद सभी लोगों के साथ बच्चों के लिए चल रही विभिन्न विभागीय योजनाओं और बाल संरक्षण तंत्र के बारे में जानकारी दी। 

एक्शन एड स्टार परियोजना के ज़िला समन्वयक राजकुमार गुप्ता ने बताया कि स्टार परियोजना अभियान के अंतर्गत स्कूल ड्राप आउट, नाबालिक गुमशुदा बच्चों, बंधुआ बाल श्रमिकों का पता लगाया जाएगा तथा उन्हें निकटतम पुलिस थाने के बाल कल्याण अधिकारी को सूचित करने तथा उनको शिक्षा से जोड़ने, पुनर्वासन तथा परिजनों से मिलवाने के लिए समुदाय में जागरूकता लायी जाएगी और हितधारकों के सहयोग से बालश्रम व मानव तस्करी मुक्त गाँव बनाया जाएगा।

जया सिंह ने कार्यशाला में मौजूद लोगों को बाल संरक्षण मुद्दों पर गंभीर और संवेदनशील बनकर, राष्ट्र के हित के लिए बच्चों का संरक्षण करने की अपील की।

देश के हित के लिए ज़रूरी हैं ऐसी कार्यशालाएं-

हमें ज़रुरत है इस तरह की कार्यशालाओं के आयोजन की। क्यूंकि बच्चों और युवाओं पर देश का भविष्य निर्भर करता  है। अगर उन्हें सही सुविधाएं नहीं मिलेंगी तो वो आगे बढ़ पाएंगे और हमारा देश तरक्की कर पाएगा। हमें ज़रुरत है कि हम बाल संरक्षण योजना के मुद्दों पर गौर करें और अगर कभी कोई गरीब या बेसहारा बच्चा हमें मिले, तो उसे बाल संरक्षण समिति जैसे संगठनों से जोड़ कर उन बच्चों की मदद करें। जब इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन होता है, तो ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को इन मुद्दों के बारे में पता चलता है और वो ऐसे बच्चों की मदद करने के लिए आगे आते हैं।