कोरोना वायरस से पुरे देश में कोहराम मचा हुआ है| इसको लेकर देश के प्रधान मंत्री नरेद्र मोदी ने पुरे देश में 21 दिन के लिए लॉकडाउन की घोषण कर दी जिसमे सभी मजदुर जहां थे वहीं फंस गये है, लेकिन कोई कोई मजदुर अपना काम धंधा छोड़ कर अपने अपने देश में आये है| ऐसा ही एक मामला है पन्ना जिले के अजयगढ़ ब्लाक का, जहां 1 अप्रैल 2020 को शहरी क्षेत्र के 251 और ग्रामीण क्षेत्र के 325 मजदूर कानपुर से अजयगढ़ आए हैं और अभी आने की संभवाना जारी है| लेकिन सरकार के आदेश पर पुलिस ने उन लोगों को गाँव में आने से पहले ही रोक लिया है और सीनियर बालिका छात्रावास सहित अलग-अलग छात्रावास में लोगों को रखा गया है| उपयुक्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि इन लोगों के खाने-पीने सोने की सभी व्यवस्था छात्रावास (क्वारांटन) ही की गई है इन लोगों को 14 दिन का आश्वासन मिला है जो लोग छात्रावास में हैं उनके चेकप के लिए प्रतिदिन डॉक्टर आते हैं| लेकिन अभी तक देखा जा रहा है कि पन्ना जिले में कोई भी पॉजिटिव केस नहीं मिला पन्ना जिले के लिए यह बहुत अच्छी बात है|
इन लोगों के खाने पीने की व्यवस्था में सुबह 10:00 बजे पोहा दिया जाता है और 12:00 बजे खाना दाल चावल रोटी, इसी के साथ साथ लोग अपने मनोरंजन के लिए जो लोग हॉस्टल में है अलग -अलग खेलों को जरिए अपना टाइम पास कर रहे कोई लूडो खेल रहा है, तो कोई गप्पे लडा रहा है थोडी दुरी बना कर|
इस संबध में लखन प्रजापति अधीक्षक ने बताया की किसी दिन बिस्कुट नमकीन बाटा जाता है दोनों होस्टल में 70 लोग है एक व्यक्ति का खाना होता है दो सौ ग्राम आटा सौ ग्राम चवाल पचास ग्राम दाल इस हिसाब से खाना को हम बनवाते है प्रशासन खाना पानी की व्यवस्था भरपूर कर रही है |
जो लोग यहां पर ठहरे हुए हैं उन लोगों के द्वारा बताया गया कि भरपेट खाना दिया जाता है| शासन की तरफ से हर मुमकिन सेवा की जा रही है लेकिन हां यहां पर एक चीज जो की अति आवश्यक है देखी जा रही है जिसमें आए दिन बोला जा रहा है
मोबाइल हो या टीवी हो की 10 मीटर की दूरी व्यक्तियों पर बनाए रखें लेकिन यहां पर व्यक्ति एक साथ ही बैठे हुए हैं और मार्क्स के लिए भी बोला गया है कि सभी लोग मार्क्स लगाएं लेकिन यहां पर देखा जा रहा है कि सारे लोग एक साथ बैठे हुए हैं बिना मार्क्स के यह भी एक चिंतित बात है|