20 जनवरी 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चित्रकूट जिले के खोह गाँव निवासी राजकुमारी से बातचीत की थी। पीएम ने उन्हें आवास योजना का लाभ मिलने की शुभकामना दी थी और कई अन्य योजनाओं का लाभ दिलवाने का वादा किया था। इस मौके पर मौजूद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने राजकुमारी की बेटियों की पढ़ाई का खर्च उठाने की भी बात कही थी। लेकिन अब इस बात को भी एक साल होने को आया है और उनकी बेटियों को शिक्षा विभाग से कोई भी कलाभ नहीं मिला है।
हमने हाल ही में राजकुमारी से मुलाक़ात करी और उनसे जाना कि पीएम मोदी से मन की बात के बाद से उनके जीवन में क्या बदलाव आया है। राजकुमारी का कहना है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने उनसे वादा किया था कि उनकी दोनों बेटियों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। प्रधानमंत्री ने भी उनसे यह वादा किया था कि उन्हें राशन कार्ड आदि की सुविधा मिलेगी लेकिन आवास मिलने के अलावा उनको और कोई लाभ नहीं मिला।
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राजकुमारी की बेटियों की पढ़ाई न हो पाने के कारण उन्होंने अपनी एक बेटी की शादी भी कर दी। अब वो चाहती हैं कि उनकी दूसरी बेटी की शिक्षा का खर्च सरकार उठाए ताकि वो अपने जीवन में सफल हो पाए।
राजकुमारी के परिवार को भी सरकार ने बड़े-बड़े सपने तो जम कर दिखाए और इन सपनों को दुनिया को दिखाकर लोगों का दिल भी जीता। लेकिन अब जब बारी अपने वादों को पूरा करने की आयी, तो कोई इस परिवार की सुनवाई भी नहीं कर रहा है। क्या सरकार सीमा की शिक्षा उठाने का वादा पूरा कर पाएगी, या देश की और बच्ची गरीबी के कारण पढ़ाई पूरी करने का सपना छोड़ देगी?
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